ये साल भी बीत गया नैना!
नैना तुम मेरी कल्पनाओं की सच्ची साथी हो तुमने मेरा हमेशा साथ दिया।मै जानता हूँ नैना! तुम पूछना चाहती हो कि कैसा बीता ये साल ? अब क्या छुपाऊं तुमसे सबकुछ तो जानती हो फिर भी तुम मेरे मुख से सुनना चाहती तो सुनो-
साल 2022 में मैने पाया अपनी रोजी-रोटी एक प्यारा सा नौकरी,सुबह आफिस जाओ और शाम लौट आओ इतना ही खास रहा दुनिया के लिए पर मैं तुमको कुछ और बताना चाहता हूँ, नैना! जो बात तुमसे अरसे छिपाये रखा वो बात आज तुम्हें बताने का दिल कर रहा है तो बात ये है कि इस साल मैंने एक तस्वीर बनाने कि कोशिश की थी पर मुकम्मल न हो सकी शायद इसीलिए अब तक तुमसे भी बात छिपाये रखा तुम तो जानती हो मैं संघर्षों पर सहानुभूति बटोरने का काम नही करता,असफलता का भौंडा प्रदर्शन मुझे अच्छा नहीं लगता।
हाँ मेरी प्यारी नैना मैं समझ गया तुम पूछ रही हो कौन सा तस्वीर?
तस्वीर नैना!तस्वीर! एक ऐसी तस्वीर जिसे वर्षों अपने दिल में संवारा था,जिसके साथ जिंदगी के सफर में निकलना चाहता,जो मेरे दिल की मर्ज थी,जिसके साथ शिकारा में बैठ गंगा में दूर तक सैर करना चाहता था,जो आज भी मेरे स्मृति के कैनवास पर तो है लेकिन हकीकत में उतार पाना असंभव हो गया नैना।
हाँ मैं जानता हूँ नैना तुम्हें जलन हो रहा है कि कोई है जिसे तुमसे भी ज्यादा चाहता था पर नैना ये तो पूरानी बात हो गई और शुक्र मनाओ कि उसी के कारण तुमसे मुलाकात हो गई वरन् तुम न जाने कहाँ होती इसलिए उससे जलो मत बल्कि तुम भी उससे प्रेम करो।
चलो नैना मेरे साथ उसे इस साल के आखिरी दिन की मुबारक बात दे दो और आने वाले नये साल की तैयारी भी तो करनी है।तो चलो अब बाकी बातें बाद में।
(*नैना मेरे डायरी का नाम है)
कही पे निगाहें ,कही पे निशाना...
ReplyDeleteबढ़िया है...साहेब 👌👌
Nice bhaiya
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